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संचलन

आज मेरे *संघ*  उत्साह है उमंग है प्यार है बल है ताकत है जोश है जिसमें होश है आज मेरा  उत्सव है त्योहार है तीर्थ है सम्मान है व्यवहार है आज मेरे पास भक्ति है शक्ति है संयम है सम्मिक है सामर्थ्य है ताकत है अनुशासन है आज मेरे *संघ* मेरे हितेषी हैं सज्जन हैं उनका प्यार है उनकी उम्मीद है उनको इंतजार है उनका आशीर्वाद है उनका विश्वास है उनके द्वारा सजा खूबसूरत बाजार है सजन मेरी हिम्मत हैं ताकत हैं प्रेरणा हैं दुर्जनों में.. आहट है घबराहट है बौखलाहट है दिखावट है आज मेरा.. मंथन है चिंतन है प्राचल है चलन है हां आज हमारा *संचलन*  है.. .... *अग्रेसर*