परिचर्चा - "कृषि नीति - २०१३"


Displaying 012 (2).JPGवि.स.के. उदयपुर-   भारतीय किसान संघ के अंतर्गत भारतीय एग्रो इकोनोमिक रिसर्च सेन्टर की स्थानीय ईकाई द्वारा “कृषि नीति  - २०१३” विषय पर एक दिवसीय परिचर्चा का आयोजन दिनांक ७सितम्बर २०१४, रविवार को विश्व संवाद केंद्र, उदयपुर में किया गया |
   परिचर्चा में कृषि विज्ञान से जुड़े हुए अनेक विशेषज्ञों एवं जयपुर से पधारे भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय पदाधिकारी श्री एन.एल.मीणा एवं श्री बद्रीनारायण चौधरी उपस्थित थे, परिचर्चा के एक सत्र में रा.स्व.संघ. राजस्थान के वरिष्ठ प्रचारक माननीय नन्दलाल जी ने मार्गदर्शन किया |
  श्री एन.एल.मीणा ने राजस्थान की कृषि नीति में कृषि पर सरकारी व्यय बढाने, नयी जल नीति बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया | 
  

 श्री बद्रीनारायण चौधरी ने ग्राम स्तर पर ही कृषकों हेतु विभिन्न सुविधायें उपलब्ध करवाने हेतु, खेती को लाभकारी बनाने  एवं पलायन रोकने के लिये नई नीति में उपाय करने की  आवश्यकता बताई |
 अन्य विशेषज्ञों ने किसानों को फूड प्रोसेसिंग, वेल्यु एडिशन, कृषि आधारित उद्योगों पर जोर देने, कम पानी से उत्पन्न होने वाली फसलों पर जोर देने, हर्बल फसलों पर जोर देने सहित अनेक विषयों पर चर्चा की |
  परिचर्चा में भा.ए.इ.रि.सेन्टर के राष्ट्रीय सहमंत्री सुहास मनोहर, डॉ. उमाशंकर शर्मा, डॉ.मेधेन्द्र शर्मा, डॉ. सुभाष भार्गव, डॉ. आर.बी.दुबे, डॉ.सुरेन्द्र कोठारी, डॉ.एल.एन. मुर्डिया, डॉ. गोविन्द सिंह राव, श्री प्रवीण सिंह, श्री नारायण सेवक उपस्थित थे |

Comments

Popular posts from this blog

मारवाड़ का रक्षक - वीर दुर्गादास राठौड़

“ स्वयं अच्छा बनकर, दुनिया को अच्छा बनाने की क्षमता भारत में है |" - इंदुमती जी काटदरे

"आदर्श नागरिक निर्माण करे मातृशक्ति" - इन्द्रेश कुमार